देवभोग क्षेत्र में हर्षोल्लास से मनाई गई भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन

देवभोग क्षेत्र में हर्षोल्लास से मनाई गई भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव”जिला ब्यूरो चीफ– चरण सिंह क्षेत्रपाल की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

 

देवभोग क्षेत्र में हर्षोल्लास से मनाई गई भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन

 

गरियाबंद–:–आज 19 अगस्त दिन सोमवार को देवभोग क्षेत्र में खूब हर्षोल्लास से मनाई गई भाई बहन की अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन। रक्षाबंधन पर्व देश और दुनिया में भारतीय समुदायों के बीच मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। रक्षाबंधन पर्व हिन्दू महिने के श्रावण की पूर्णिमा के दिन पड़ता है।यह दिन भाई एवं बहनों के बीच साझा किए जाने वाले गहरे और स्थायी प्रेम का प्रतीक है रक्षाबंधन, यह त्यौहार बिल्कुल सरल और सहज तो है पर इसके मायने बेहतर गहरे हैं। इस दिन बहनें सुरक्षा और स्नेह के रूप में अपने भाईयों की कलाई पर एक धागा बांधती है। जिसे राखी के नाम से जाना जाता है। बदलें में भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। और उन्हें किसी भी नुक़सान या विपत्ति से बचाने का वादा करते हैं।यह त्यौहार महज एक रिवाज से कहीं अधिक है। यह भाई बहनों कि हर दुःख सुख में एक दूसरे की देखभाल करने की आजीवन वादे का प्रतीक है। रक्षाबंधन त्यौहार इतिहास के पौराणिक कथाओं में वर्णित किया गया है कि भगवान श्रीकृष्ण और द्रौपदी की कहानी है महाभारत में वर्णित है कि जब भगवान श्रीकृष्ण घायल हो जाते हैं तो उसी दौरान द्रौपदी अपनी साड़ी की एक टुकड़ा फाड़ कर भगवान श्रीकृष्ण जी के कलाई पर बांधती है । उसके प्रभाव से प्रभावित होकर श्रीकृष्ण जी ने जरूरत के समय उसकी रक्षा करने की कसम खाई। इस कहानी से यह सीख मिलती है कि भाई एवं बहनों के बीच अटूट बंधन के उदाहरण के रूप में उद्धत किया जाता है। रक्षाबंधन सिर्फ एक धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम ही नहीं है बल्कि यह भाई बहनों का प्रेम, सम्मान और एकजुटता के मूल्यों का प्रतिबिम्ब है, जिससे समाज में व्याप्त एकता और सध्दाव का प्रतीक है।
इसी तरह रिश्तों को संजोने के महत्व की याद दिलाता है। रक्षाबंधन एक त्यौहार से कहीं अधिक है,यह भाई बहनों के बीच मौजूद अंनूठे और गहरे बंधन का उत्सव है। इस त्यौहार से जो रक्त संबंधों से परे मजबूत रिश्तों को बढ़ावा देता है। और रिश्ते बदलते समाज विकसित होता है। रक्षाबंधन भाई एवं बहनों का ममता, स्नेह की स्थायी प्रकृति की निरंतर याद दिलाता है।

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