शासकीय नवीन महाविद्यालय गोहरापदर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हुआ कार्यक्रम

शासकीय नवीन महाविद्यालय गोहरापदर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हुआ कार्यक्रम

इन्हे भी जरूर देखे

✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

शासकीय नवीन महाविद्यालय गोहरापदर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हुआ कार्यक्रम


गोहरापदर–:–आज शासकीय नवीन महाविद्यालय गोहरापदर में राष्ट्रीय सेवा योजना व यूथ रेड क्रॉस के संयुक्त तत्वाधान में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर व्याख्यान का कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. टी एस सोनवानी के निर्देशन व कार्यक्रम अधिकारी श्री सनत कुमार के मार्गदर्शन में किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य महोदय द्वारा किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. डीगेंद्र धुर्वे और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री दयाराम मांझी जी उपस्थित थे । कार्यक्रम का शुभारम्भ माता सरस्वती जी के तस्वीर के समक्ष मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
डॉ. धुर्वे ने अपने व्याख्यान में बताया कि ब्रेन में केमिकल होते हैं जिनको न्यूरोट्रांसमीटर कहा जाता है, उसका इंबैलेंस होना मेंटल केस क्रिएट करता है जिसके कई कारण हो सकते है जैसे- तनाव, चिंता, ज़्यादा सोचना, भ्रम, मतिभ्रम, सिज़ोफ्रेनिया, विघटनकारी विकार, ओसीडी, यौन विकार, फोबिया। ट्रीटमेंट के लिए मनोरोग विशेषज्ञ से संपर्क कर, मानसिक थैरेपी लेकर स्टेप बाय स्टेप डॉक्टर की सलाह से संभव हो पता है । जागरूकता जरूरी है , भारत में जागरूकता की कमी और शिक्षा ना होने के कारण लोग नहीं समझ पाते जो तनाव और आत्मघाती विचार पैदा करते हैं। मानसिक परेशानी की स्थिति में अपने दोस्त, परिवार, शिक्षक आदि को बातें शेयर करना लाभदायक साबित हो सकता है। खुश रहे, मिलजुल कर रहे, लोगों को मोटिवेट करते रहें यही सभी चीजें मानसिक अस्थिरता को कम करने में मदद करती है
मांझी जी ने कहा कि मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना ही हमारा सबसे बडा धन है। मानसिक स्वास्थ्य का हमारे परिवार व समाज पर प्रभाव पड़ता है। अतिथि व्याख्याताओं – डॉ रेवचन्द दंता, पंकज तिवारी, देवदत्त घृतलहरे, दुर्गेश त्रिपाठी, गुलशन यदु, ओमप्रकाश कश्यप व अविनाश रजत ने भी कार्यक्रम में अपनी सहभागिता निभाते हुए मानसिक स्वास्थ्य, अकेलापन व डिप्रेशन के बारे में अपने विचार छात्रों के मध्य रखे तथा परिवार व दोस्तो के महत्व से भी अवगत कराया।
कार्यक्रम के अन्त करते हुए प्राचार्य महोदय ने अपने विचारो को छात्रों के समक्ष रखा व आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
मंच संचालन बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र केवल सिंह व प्रियंका नायक द्वारा किया गया। मंच सजावट व स्वल्पाहार वितरण में मनीष, सौरभ, राजेन्द्र, अरसद, नीलकंठ, मनीषा आदि छात्रों ने अपना योगदान दिया, तथा कार्यक्रम में अन्य सहयोग करते हुए हमारे कार्यालयीन कर्मचारी फाल्गुन नागेश, नवीन बघेल ने भी अपना योगदान दिया व शांतिपूर्वक बैठकर कार्यक्रम को सुनते हुए सभी महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में अपना सक्रिय सहभागिता दिया।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इन्हे भी जरूर देखे

Must Read