मोदी की गारंटी को पूरा करने शिक्षकों ने भरी हुंकार जिले के सैकड़ों स्कूलों में अध्ययन व्यवस्था रही प्रभावित पुरानी सेवा गणना सहित पांच सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर धरना स्थल पर डटे रहे रैली निकलकर मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्तमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मोदी की गारंटी को पूरा करने शिक्षकों ने भरी हुंकार जिले के सैकड़ों स्कूलों में अध्ययन व्यवस्था रही प्रभावित पुरानी सेवा गणना सहित पांच सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर धरना स्थल पर डटे रहे रैली निकलकर मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्तमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

मोदी की गारंटी को पूरा करने शिक्षकों ने भरी हुंकार

जिले के सैकड़ों स्कूलों में अध्ययन व्यवस्था रही प्रभावित

पुरानी सेवा गणना सहित पांच सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर धरना स्थल पर डटे रहे

रैली निकलकर मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्तमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

गरियाबंद–:–छत्तीसगढ़ शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय आहवान पर गरियाबंद जिले के हजारों शिक्षकों ने गुरुवार को सामूहिक अवकाश पर रहकर स्थानीय रावणभाठा में धरना प्रदर्शन में बैठे। जिसका व्यापक असर जिले के स्कूलों में देखने को मिला, स्कूलों में शिक्षक की अनुपस्थिति में खेलते नजर आये तथा स्कूलों में माध्यन्ह भोजन के पश्चात् सुने नजर आये। साथ ही जिले भर के सीएसी ने कलमबंद कर हड़ताल में शामिल हुए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार साथ एलबी संवर्ग के शिक्षकों की प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व सेवा की गणना, वेतन विसंगति दूर करने, क्रमोन्नति- समयमान प्रदान करने, नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन देने सहित देय तिथि से एरियर्स के साथ केंद्र के समान डीए प्रदान करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। विदित हो कि इसमें से अधिकांश मांगे वर्तमान सरकार के चुनावी घोषणा पत्र में मोदी कि गारंटी के रूप में समाहित है। जिसे लेकर शिक्षकों ने जमकर हल्ला बोला।

जिला संयोजक कुमेन्द्र कश्यप ने कहा कि वर्तमान सरकार जब विपक्ष में थी तब इन्हीं के नेता मांगों के शिक्षकों की मांगों समर्थन में धरना स्थल पर पहुंच कर तत्कालीन सरकार को जमकर कोसती थी और सत्ता में आने के बाद मांगें पूरा करने का संकल्प लेती थी,परन्तु अब सत्ता में आने के बाद भी अभी सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार को कर्मचारी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सभा से जमकर हल्ला बोला गया। साथ ही धरना स्थल रावणभाटा से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री,शिक्षामंत्री,वित्त मंत्री सहित विभागीय सचिवों के नाम ज्ञापन व मांगपत्र सौंपा गया। शिक्षक मोर्चा के संचालको ने इस दौरान यह भी घोषणा की है कि मांगें यदि शीघ्र पूरा नहीं हुई तो आने वाले दिनों में स्कूलों में तालाबंदी क़र राजधानी रायपुर में अनिश्चितकालीन उग्र आंदोलन किया जायेगा।
जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन व रैली में प्रमुख रूप से- यशवंत बघेल, पूरन साहू, भुवन यदु, अवनीश पात्र, रूपिका रानी मरकाम ,गीता शरणागत, गिरीश शर्मा, लोकेश सोनवानी,आर. एस.कंवर, ईश्वरी सिंहा, परमजीत कौर, नंदकुमार रामटेक, सुरेश केला, जितेंद्र सोनवानी, हुलस साहू, संजय यादव, भुपेन्द्र पूरी गोश्वामी, अजय सेन, भागवत पटेल, षडानंद सर्वांगकर, धनंजय वर्मा, सर्वेश शर्मा, संतोष साहू, गोविंद पटेल, धवलेश्वर बेहरा, वीरेंद्र ध्रुव, खोमन सिन्हा, आशुतोष अवस्थी, अनिल सिन्हा, फनेन्द्र साहू, ओमप्रभा साहू, दिनबंधु वैष्णव, टिकेंद्र यदु, घनश्याम दिवाकर,देवेन्द पांडेय, मदन साहू, सरस सोम, उमेश यदु, सुरेश ध्रुव, कमलेश ध्रुव, किशोर साहू, पुरुषोत्तम ध्रुव, सुनील मेहर, खेमराज यादव, कृष्ण कुमार बया, मिथलेश साहू, मानिक साहू, कामता प्रसाद साहू, प्रदीप कुमार प्रजापति, मनोज सिदार, दानवीर साहू, तोमश पटेल, महेंद्र प्रधान, हरिश चंद्र यदु, योगेश ध्रुव, शिव आडिल, शिव साहू, चोवा साहू, डगेश्वर साहू, रोमलाल निषाद, तोमन साहू, निर्मला ठाकुर, सुधा प्रधान, ईश्वरी कश्यप, श्रद्धा साहू, वामन दीवान, चन्द्रकला पटेल, नोहर सोनी, संजय कश्यप, नारायण निषाद, राजेन्द्र कुमार नेताम, नरसिंह बंजारे, सुमार सिंह ठाकुर, रूपेश कुमार वर्मा, नरेश कुमार साहू, हरिनाथ नेताम, महेश्वर प्रधान, जयपाल सिंह, अशोक कुमार मानिकपुरी, मथुरा प्रसाद, हुमन निषाद, झीलेन्द्र साहू आदि हजारों की संख्या में शिक्षक संवर्ग उपस्थित थे।

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