स्वामी पवन दीवान पर केन्द्रित प्रथम गीत लिखे – डाॅ मुन्ना लाल देवदास

स्वामी पवन दीवान पर केन्द्रित प्रथम गीत लिखे – डाॅ मुन्ना लाल देवदास

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✍️ “लोकहित 24 न्यूज एक्सप्रेस लाइव” संपादक- विक्रम कुमार नागेश की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

स्वामी पवन दीवान पर केन्द्रित प्रथम गीत लिखे – डाॅ मुन्ना लाल देवदास

( गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर 3 जुलाई को माँ कौशल्या फाउंडेशन द्वारा रिलीज किया जाएगा )

छत्तीसगढ़ राज और छत्तीसगढी राज भाषा के लिए परचम लहराने वाले संघर्ष शील संत थे स्वामी पवन दीवान जी।
उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की महानता से आप भलिभांति परिचित हैं । वे श्री राम की जननी माता कौशल्या को छत्तीसगढ़ की सभ्यता संस्कृति और संस्कार का प्रतिरूप मानते थे । वे अपनी बातों को भारत के राष्ट्रपति तक पहुंचाए थे। उन्हीं के संदेश को अब जन जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कृत एवं श्री दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म अवॉर्डी गीतकार डॉक्टर मुन्ना लाल देवदास स्वामी पवन दीवान के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित प्रथम हिन्दी गीत लिखे हैं । गीत के बोल है –
मां कौशल्या की महिमा का , जीवन भर कर के बखान ।
अमर हो गए दुनिया में , हे स्वामी पवन दीवान।।
इस गीत को मधुर स्वर प्रदान किए है छत्तीसगढ़ के युवा गायक अनुराग शर्मा और संगीत से सजाएं हैं युवा संगीतकार जितेंद्रियम देवांगन । छत्तीसगढ़ वासियों की ओर से गुरु पूर्णिमा के दिन इस गीत को श्रद्धा सुमन के रुप में रिलीज किया जाएगा। ब्रह्मलीन स्वामी पवन दीवान के जीवन दर्शन पर केंद्रित यह प्रथम गीत आने वाली पीढ़ी के लिए एक धरोहर है । इस प्रेरणादायक शिक्षाप्रद मधुर गीत को माँ कौशल्या फाउंडेशन के बैनर तले तैयार किया गया । विशेष सहयोग राष्ट्रीय रतन डाॅ अविनाश सिंह राठोर का है।
इस गीत के संदर्भ में गीतकार डाॅ देवदास ने आशा व्यक्त करते हुए कहा है कि अब तक उनके द्वारा लिखे हुए अनेक शिक्षाप्रद गीतों को जनता का जो असीम प्यार और आशीर्वाद मिला है , इस गीत को भी मिलेगा।

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