बसंत पंचमी को मातृ पितृ दिवस के रूप में मनाया गया

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✍🏻 “लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक –सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद  (छत्तीसगढ़)

बसंत पंचमी को मातृ पितृ दिवस के रूप में मनाया गया

मुडा़गांव(कोरासी)–:–शासकीय प्राथमिक शाला तुमगांव में 14 फरवरी दिन बुधवार को बसंत पंचमी को मातृ पितृ दिवस के रूप में मनाया गया सर्वप्रथम ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।बुधवार को बसंत पंचमी पर्व को लेकर शिक्षक शंकर यदु ने बताया कि आज के दिन माता सरस्वती की सच्ची मन से आराधना करने पर ज्ञान का संचार होता है मांग महीने की शुक्ल पक्ष पंचमी से बसंत ऋतु का आरंभ होता है फाल्गुन और चैट मास्क बसंत ऋतु के लिए माना जाता है इस प्रभाव का महत्व और भी विशेष इसलिए हो जाता है कि आज का दिन ही ऋतुराज बसंत के आगमन होता हैं जिसे विद्या की देवी मां सरस्वती की साधना अर्पित करना ज्ञान की पर्व माना जाता है।हमारे शास्त्रों में भगवती सरस्वती पूजा की आराधना का विशेष विधान के रूप में देखी जाती है इस दिन मां सरस्वती की मूर्ति स्थापित कर पूजन करने का रिवाज है मां सरस्वती का प्रिय रंग पीला है इसलिए उनकी मूर्तियों को पीले वस्त्र धारण कर पीले फूलों की माला पहनकर विशेष रूप श्रृंगार की जाती है बसंत ऋतु की आगमन के साथ मातृ-पितृ दिवस के रूप में आज मनाया गया बसंत पंचमी का यह पर्व ज्ञान की बढ़ोतरी के साथ-साथ प्रकृति के आनंद लेने का पर्व होता है इस मौके पर प्रमुख रुप से शिक्षक शंकर यदु ,समाजसेवी मनोज पटेल,सामाजिक कार्यकर्ता पुनितराम ठाकुर,मुंगेश्वरी ध्रुव, कांति ध्रुव एवं स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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