नवजात शिशु की मौत का आरोप,कलेक्टर जन दर्शन में लगाई जांच की मांग,जाँच टीम गठित

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

नवजात शिशु की मौत का आरोप,कलेक्टर जन दर्शन में लगाई जांच की मांग,जाँच टीम गठित


गरियाबन्द–:–राष्ट्रपति दत्तक पुत्र कहे जाने वाली कमार जाति की गर्भवती महिला की इलाज के दौरान समय से पहले मृत बच्चे का प्रवास होने पर परिजनों ने लगाई अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप ,जाँच की मांग को लेकर कलेक्टर जन दर्शन पहुँचे ।परिजनों ने बताई इसी जाति के साथ इसके पूर्व एक और घटना घट चुकी हैं।

ज्ञात हो कि मामला छुरा स्तिथ छत्तीसगढ़ श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल का हैं जहाँ उगेश कुमार कमार अपनी बहन श्रीमती नीरा पहाड़िया 7 से 8 माह की गर्भवती थी , जिसे दिनाक 21/6/2024 दिन बुधवार को दोपहर 3 बजे बुखार आने के कारण श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल घुरा, जिला–गरियाबंद (छ.ग.) में इलाज के लिये लाया गया, तब डॉक्टर द्वारा जांच कर बताया गया कि जच्चा और बच्चा स्वस्थ्य और नार्मल है एवं बॉटल और इंजेक्शन लगाया गया और कुछ टेबलेट रात्रि में खाने को दिया गया और घर जाके आराम करने का सलाह दिया गया, करीब रात्रि 12 बजे के आसपास पेटदर्द चालू हुआ फिर पुनः श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल छुरा में इलाज के लिये लाया गया फिर डॉक्टर के द्वारा सोनोग्राफरी किया गया जिसमें डॉक्टर ने बताया कि आपका बच्चा मृत हो गया है. जबकि डिलीवर तिथि 10 अक्टूबर को बताया गया था,।

उगेश कुमार कमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी दीदी का गलत ईलाज की वजह से मेरी दीदी का आने वाला भविष्य का बच्चा नहीं रहा.

जब मेरी दीदी पीड़िता नीराबाई पहाडिया श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल छुरा में दोपहर को गई तो किस डॉक्टर ने उसे देखा क्या दवाईयी लिखी और जच्चा बच्चा स्वस्थ्य है किसी प्रकार को कोई समस्या नहीं यह बोला गया उस डॉक्टर की पूरी डिग्री क्या है, एवं उसकी विशेषता गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा करने योग्य एवं प्रशिक्षित है या नहीं उनकी पूरी जानकारी कलेक्टर महोदर स्वयं लेवे एवं रात्रि में जब दोबारा श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल छुरा लाया गया तब किस डॉक्टर ने मरीज को देखा एवं क्या जाँच किया, कैसे पता चला की बच्चा पेट के अन्दर खत्म हो गया है. किस डॉक्टर ने उसकी सोनोग्राफी की क्या वह सोनोग्राफी करने की पात्रता रखते है एवं किस डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित किया उन डॉक्टरों की पूरी जानकारी डिग्री तथा नहिला एवं प्रसूति चिकित्सकीय कार्य करने योग्य है. इसकी पूरी जानकारी कलेक्टर महोदय स्वय लेवे, पीडिता नीराबाई पहाडिया को हमारी जानकारी के अनुसार किसी भी योग्य एवं प्रशिक्षित डॉक्टरों के द्वारा नहीं देखा गया है।

उंन्होने जाँच के लिए कलेक्टर जनदर्शन में दिए गए आवेदन में कहा कि ईलाज एवं गैर जिम्मेदाराना हॉस्पिटल प्रबंधन के कार्य के कारण मेरी दीदी नीराबाई पहाड़िया के साथ ऐसी घटना घटी जिसके जिम्मेदार डॉक्टर और हॉस्पिटल प्रबंधन है, श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल घुरा में नींव के भाले भाले ग्रामीणों को हॉस्पिटल के गाडियों में भर-भर कर लाते है एवं आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत शासन की योजना का गलत फायदा उठाया जा रहा है।

श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल छुरा संचालक के द्वारा हमें धमकी दिया जा रहा है। कि मैं सब खरीद लूंगा, कलेक्टर चिकित्सा अधिकारी पुलिस और पूरी मिडिया को, तुम मेरा कुछ नहीं बिगाह सकते जो करना ही कर लो, हम सब परिवार बहुत भयभीत एवं डरे सहमे है अगर हमारे परिवार को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचती है तो उसकी जिम्मेदार श्री संकल्प छग मिशन हॉस्पिटल पुरा के संचालक की होगी, श्री संकल्प छ.ग. मिशन हॉस्पिटल छुरा के खिलाफ जहां ना ही जिम्मेदार डॉक्टर ना ही प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ एवं गैर जिम्मेदार हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ सक्त से सक्त कार्यवाही एवं हॉस्टिल क लायसेंस निरस्त कर अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टर के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कर पीड़ित्ता नीराबाई पहाड़िया को न्याय दिलाने की मांग करते है। कलेक्टर जन दर्शन में मिला आश्वासन जांच टीम गठित किया गया हैं जो आज कल में छुरा के श्री संकल्प हॉस्पिटल जांच के लिए जाएंगे।

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