विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर से बचाव में पपीता व उसके बीज दोनों ही फायदेमंद होते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर से बचाव में पपीता व उसके बीज दोनों ही फायदेमंद होते हैं।

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✍️ “लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” संपादक- विक्रम कुमार नागेश की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर से बचाव में पपीता व उसके बीज दोनों ही फायदेमंद होते हैं।

गरियाबंद- पपीता को विटामिन ए का खजाना माना जाता है। पपीते में अत्यधिक मात्रा में विटामिन ए होता है, इसके अलावा विटामिन सी भी पाया जाता है। वहीं पपीते में अधिकांश मात्रा में पानी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट पदार्थ, क्षार तत्व, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, शर्करा आदि पाया जाता है। प्राकृतिक तौर पर इसमें फाइबर, कैरोटिन और मिनरल्स पाए भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

पपीते का सेवन हृदय रोगों से बचाव करता है। पपीते के बीज का उपयोग करते पाचन प्रक्रिया को बेहतर कर सकते हैं। पपीता में पाए जाने वाले औषधीय गुण आंखों की सुरक्षा के लिए लाभकारी हैं। गठिया के मरीजों को पपीते का सेवन करना चाहिए, उसके लिए पपीता उपयोगी है। त्वचा की रंगत में सुधार के लिए पपीता लाभकारी है। बालों को मजबूत करने और घने बनाने के लिए पपीते के पत्तों के रस का उपयोग कर सकते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर से बचाव में पपीते के बीज फायदेमंद होते हैं। अधिक वजन होने पर मोटापा घटाने के लिए लोग पपीते का उपयोग कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप के इलाज में कच्चे पपीते को फायदेमंद बताया गया है। प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी पपीता का सेवन लाभकारी है।
पपीता के सेवन करने से नुकसान:-गर्भावस्था में पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीते में लेटेक्स पाया जाता है तो गर्भाशय के संकुचन की वजह बन सकता है। जिससे गर्भपात, प्रसव दर्द, शिशु में असामान्यताएं हो सकती हैं। स्तनपान कराने वाली माताओं को पपीते के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है। उच्च मात्रा में पपीते का सेवन पीलिया की समस्या को बढ़ाता है। पपीते का अधिक सेवन नाक में कंजेशन, झनझनाहट, दमा जैसी सांस संबंधी समस्या के शिकार हो सकते हैं। गुर्दे की पथरी की समस्या भी अधिक पपीते के सेवन के कारण हो सकती है। एक साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पपीते का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

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