डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में आइक्यूएसी तथा भौतिक शास्त्र विभाग एवं परिषद द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा के मार्गदर्शन में Plasma Science and Technology in India विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया

डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में आइक्यूएसी तथा भौतिक शास्त्र विभाग एवं परिषद द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा के मार्गदर्शन में Plasma Science and Technology in India विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया

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डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में आइक्यूएसी तथा भौतिक शास्त्र विभाग एवं परिषद द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा के मार्गदर्शन में Plasma Science and Technology in India विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया

रायपुर–:–डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ में आइक्यूएसी तथा भौतिक शास्त्र विभाग एवं परिषद द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रीति मिश्रा के मार्गदर्शन में Plasma Science and Technology in India विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया।कार्यक्रम के वक्त डॉ राजू डेनियल प्रतिष्ठित भौतिक विज्ञानी एवं प्लाज्मा भौतिकी तथा नाभिकीय संलयन के क्षेत्र के प्रसिद्ध शोधकर्ता थे। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा अनुसंधान संस्थान (IPR) चुंबकीय परिरोध संलयन पर महत्वपूर्ण शोध करता है,जो एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में केंद्रित है।इसमें प्लाज्मा का उपयोग करके विभिन्न सामग्रियों को संसाधित करने की तकनीकें शामिल हैं,जैसे कि कोटिंग्स बनाना और धातुओं को साफ करना।अपशिष्ट निपटान के लिए एक पर्यावरण-अनुकूल तकनीक है।इसमें प्लाज्मा टॉर्च का उपयोग करके जैविक कचरे को उच्च-कैलोरी गैसों में बदला जाता है,जिनका उपयोग ऊर्जा उत्पादन या अन्य अनुप्रयोगों में किया जा सकता है।यह सूक्ष्म अर्धचालकों के निर्माण में एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है,जिसका उपयोग मुद्रित सर्किट बोर्डों पर सटीक डिज़ाइन बनाने के लिए किया जाता है।उच्च वोल्टेज प्रयोगशालाएं इंसुलेटिंग पदार्थों के गुणों का अध्ययन करने और नैनोकंपोजिट्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। विभागाध्यक्ष डॉ दीप्ति झा ने प्लाज्मा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्लाज्मा के लिए उच्च ताप की आवश्यकता होती है।तथा इसको बनाएं रखने के लिए प्रबल चुबंकीय क्षेत्र की आवश्यकता होती है।इस कारण से प्लाज्मा का उपयोग बहुत कठीन है।वरिष्ठ प्राध्यापक एवं अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनोद कुमार जोशी ने अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए भौतिक शास्त्र विभाग एवं परिषद को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के व्याख्यान छात्राओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा।भौतिकी के क्षेत्र में नये-नये शोधो के लिए प्रेरिणा मिलेगा।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ संजय दुबे सहायक प्राध्यापक भौतिक शास्त्र ने किया।रुमा मरकाम ने अतिथि परिचय दिया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में परिषद् के अध्यक्ष जयश्री वर्मा,उपाध्यक्ष हेमपुष्पा साहू,सचिव चंचल पाठक तथा आंचल साहू सहसचिव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष,वरिष्ठ प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक,ग्रंथपाल, क्रिडाधिकारी,कार्यालयीन अधिकारी एवं कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।

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