शैक्षणिक भ्रमण: छात्रों ने लघु उद्योगों के कार्य-ढांचे को करीब से जाना”

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“शैक्षणिक भ्रमण: छात्रों ने लघु उद्योगों के कार्य-ढांचे को करीब से जाना”


मैनपुर–:–मैनपुर विकासखंड अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला देहारगुड़ा के कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों को आज शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत लघु उद्योगों का प्रत्यक्ष अवलोकन कराया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्थानीय उद्योगों की कार्यप्रणाली, पारंपरिक शिल्पकला और रोजगार के अवसरों से परिचित कराना था। यह संपूर्ण भ्रमण प्रधान पाठक चित्रसेन पटेल के मार्गदर्शन तथा शाला प्रबंधन समिति के सदस्य देवन सिंह नेताम के सहयोग से संपन्न हुआ।


भ्रमण का पहला पड़ाव मिट्टी के बर्तन निर्माण केंद्र रहा, जहाँ कुम्हार परिवार ने विद्यार्थियों को कच्ची मिट्टी की तैयारी से लेकर चाक पर बर्तन गढ़ने, उन्हें सुखाने और भट्ठे में पकाने तक की पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझाई। विद्यार्थियों ने स्वयं भी चाक पर हाथ आजमाकर पारंपरिक कुम्हारकला का प्रत्यक्ष अनुभव लिया।
इसके बाद विद्यार्थियों को सूती वस्त्र निर्माण इकाई ले जाया गया। यहाँ उन्होंने सूत कातने, करघे पर कपड़ा बुनने, रंगाई और छपाई की तकनीकों का अवलोकन किया। प्रशिक्षकों ने बताया कि हाथकरघा आधारित सूती वस्त्र ग्रामीण आजीविका का महत्वपूर्ण आधार हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाते हैं।
प्रधान पाठक चित्रसेन पटेल ने बताया कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाते हैं और उन्हें पुस्तकीय शिक्षा से परे वास्तविक जीवन कौशल से जोड़ते हैं। वहीं समिति सदस्य देवन सिंह नेताम ने कहा कि स्थानीय उद्योगों से परिचय बच्चों में आत्मनिर्भरता और कौशल विकास की भावना को प्रोत्साहित करता है।
विद्यार्थी पूरे भ्रमण के दौरान उत्साहित रहे और उन्होंने अनेक जिज्ञासापूर्ण प्रश्न पूछकर अपनी सीखने की रुचि प्रदर्शित की। विद्यालय प्रबंधन ने आगे भी इस प्रकार के उपयोगी और ज्ञानवर्धक भ्रमण आयोजित करने की बात कही।

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