NEPAL BORDER RUPAYDHIYA । SSB 42वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल जनपद बहराइच, रेशक्यू कर बचाई एक किशोरी की जान।

NEPAL BORDER RUPAYDHIYA । SSB 42वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल जनपद बहराइच, रेशक्यू कर बचाई एक किशोरी की जान।

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

NEPAL BORDER RUPAYDHIYA । SSB 42वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल जनपद बहराइच, रेशक्यू कर बचाई एक किशोरी की जान।

*एसएसबी 42वीं वाहिनी ने रेस्क्यू कर एक किशोरी की बचाई जान *
बीते बुधवार दिनांक 21 फरवरी 2024 समय 6 बजकर 45 मिनट पर सीमा चौकी रुपैडिहा ओ.पी चेक पोस्ट संख्या 651/05 पर चेकिंग के दौरान नेपाल से भारत की तरफ मोटरसाईकल पर सवार दो लडको एवं एक लड़की को रोका गया व पूछताछ किया गया तो वे इधर उधर की बाते करने लगे और उनसे गंतव्य स्थान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम तीनो शिमला में नौकरी के लिए जा रहे है I शशि राम खत्री ने बताया कि सुरेन्द्र दर्जी मेरा दोस्त है और लड़की मेरी पत्नी है I पुनः AHTU और मानव सेवा संस्थान द्वारा गहन तरीके से पूछताछ करने के बाद सुरेन्द्र दर्जी ने बताया कि लड़की के पास पहचान पत्र न होने के कारण शशि राम खत्री ने उसे 1000/- रूपये देने का वादा किया और कहा की आप इस लड़की को बॉर्डर पार करा दो रूपये के लालच में आकर इन दोनों को अपनी मोटरसाइकिल से बॉर्डर पार करा रहा था। लड़की के परिवार जनों से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन कोई संपर्क नही हो पाया I लडकी से पुछा गया की तुम्हारा शसि राम खत्री से क्या सम्बन्ध है तो लडकी ने बताया की वह उसे पिछले एक वर्ष से फेस बुक के माध्यम से जानती है । अभियुक्त इसके साथ शादी का प्रलोभन, अच्छे जीवन और पैसे का लालच देकर बिक्री के इरादे से शिमला लेकर जा रहा था और उसके घर वालो को इस बारे में पता नहीं था ।उसके बाद AHTU और मानव सेवा संसथान (NGO) द्वारा नेपाल पुलिस को बुलाया गया और उनको बताया गया की यह मामला संदिग्ध मानव तस्करी का लग रहा है I उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए तथा उनके वयानों का मूल्याकन करने के बाद पीड़ित को शांति पुनर्स्थापना गृह NGO (PRC) नेपाल एवं संदिग्ध अभियुक्त को नेपाल पुलिस के हवाले सही सलामत अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द कर दिया गया |
42वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट राज रंजन ने बताया की अभियुक्त ने किशोरी को भारत में शादी व काम करने का झासा दे कर ले जा रहे थे, महोदय के द्वारा बताया गया सशस्त्र सीमा बल के कार्मिक अपने कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी निष्ठा के साथ कर रहे है तथा सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी व अबैध गतिविधियों को रोकने के लिए 24 घंटे पैनी नजर बनाए हुए है तथा कार्मिको के द्वारा हर संभव अथक प्रयास जारी है | 42वीं वाहिनी के उप -कमांडेंट दिलीप कुमार के द्वारा बताया गया सशस्त्र सीमा बल अपने कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी निष्ठा के साथ कर रही है तथा सीमा क्षेत्र में इस प्रकार के गतिविधियों को रोकने के लिए वचनबद्ध है |

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