गरियाबंद जिले में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया गया

गरियाबंद जिले में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया गया

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” जिला ब्यूरो चीफ– चरण सिंह क्षेत्रपाल की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

गरियाबंद जिले में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया गया

 

गरियाबंद–:–आज 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में मनाई गई। आइए जानते हैं,योग का अर्थ, उद्देश्य व महत्व के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी बताई गई है –
आज योगाभ्यास के दौरान योग शिक्षकों ने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ रखने का एक माध्यम है। तथा चरित्र निर्माण में योग का जो योगदान है,वह सर्वोपरि है। मानव में निहित सात्विक तत्व जब साधना द्वारा जागृत हो उठता है,तब वह मानवीय गुणों से परिपूर्ण हो जाता है। क्षमा, दया, करूणा, ज्ञान, दर्शन और वैराग्य की वृद्धि होती है ।

योग का अर्थ –
योग का अर्थ होता है जुड़ना, मिलना, युक्त होना या एकत्र करना। योग में विभिन्न प्रक्रियाएं और तकनीकें शामिल होती है। योग से संपूर्ण जीवन में योग ही एक ऐसा मार्ग है,जिस के द्वारा मनुष्य को बुध्दि,बल, श्रेष्ठता, पौरुष एवं सदचरित्रता ये पांच गुण प्राप्त होते हैं।

योग शिक्षा का उद्देश्य –
योग के विविध अभ्यास से शरीर गठन एवं मांसपेशियों की सुदृढ़ता एवं मानसिक स्वास्थ्य में योगदान देते हैं। योगाभ्यास से मानसिक और शारीरिक रोगों को दूर करने,अधिगम -क्षमता, स्मरण शक्ति, एकाग्रता को बढ़ाने एवं तनाव, दबाव तथा चिंताओं में विश्राम देने में सहायक है।

योग करने का क्या महत्व है –
शरीर ही धर्म का मुख्य साधन है। आरोग्य ही धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष का मूल साधन है, और इसीलिए जीवन का प्रथम ध्येय आरोग्य ही है। यदि आरोग्य नहीं, स्वास्थ्य नहीं, तो जीवन निरर्थक है।रोगी से कुछ नहीं हो सकता। दुनिया में सुख-शांति के लिए आरोग्य की आवश्यकता है। छोटे बड़े सभी चाहते है कि हम निरोग और स्वस्थ रहें।काम, क्रोध,लोभ,मोह आदि शत्रुओं को जीतने के लिए योग सहज सरल साधन हैं।
योग उपचार के सर्वाधिक शक्तिशाली औषधि रहित तंत्रों में से एक है। स्वस्थता की इसकी अपनी एक अवधारणा है,जिसे बहुत से लोगों ने वैज्ञानिक रूप से समझा है। योग को अपने शरीर और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जीवन शैली के रूप में अपनाया जा सकता है।
तथा इसके फलस्वरूप बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक ओर स्वस्थ जीवनशैली को बल मिलेगा।
योग शारीरिक स्तर पर बल, सहनशक्ति, क्षमता, और उच्च ऊर्जा के विकास में मदद करता है।यह व्यक्ति को मानसिक स्तर पर उन्नत एकाग्रता, शांति और संतोष के साथ सशक्त भी बनाता है,जो आंतरिक और बाह्य सामंजस्य प्रदान करता है।

योगाभ्यास हेतु आसन –
पवन मुक्तासन, सुखासन, अर्ध पद्मासन, व्रजासन, शशकासन, ताड़ासन,समपादासन
वृक्षासन, तिर्यक ताड़ासन,द्विकोणासन, उष्ट्रासन,नौका चालन आसन
चक्की चालन आसन,सर्वासन, अर्ध हलासन, मकरासन, भुजंगासन आदि। इसी तरह योगा के साथ प्राणायाम और योग मुद्राएं भी करना चाहिए।
जैसे प्राणायाम है – भस्त्रिका प्राणायाम, महाप्राण ध्वनि, तथा भ्रामरी प्राणायाम।

इसके पश्चात योग मुद्राएं है –

ज्ञान मुद्रा,चिंह मुद्रा,ब्रह्मांजली मुद्रा।

आइए हम सब मिलकर हर घर आंगन योग के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें। योग दिवस पर जिला एवं विकास खण्ड स्तर पर कार्यक्रम में जिला प्रशासन ने सभी को योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि योग हमारी पुरातन विद्या है।हर व्यक्ति को तंदुरुस्त रहने के लिए योग करना चाहिए। इस मौके पर आज गरियाबंद जिले के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने योग के महत्व के बारे में कहा कि स्वस्थ और निरोग रहने के लिए योग को जीवन शैली का हिस्सा बनाना आवश्यक है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गरियाबंद जिले के भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता व पदाधिकारीयों ने आम नागरिकों को योगाभ्यास करने के लिए आग्रह किया गया।

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