इस साल अच्छी बारिश से खुशहाल हैं किसान धान का खेत हरा भरा देख गांवों में खुशियां मनाई युवा ओर बुजुर्ग सियान

इस साल अच्छी बारिश से खुशहाल हैं किसान धान का खेत हरा भरा देख गांवों में खुशियां मनाई युवा ओर बुजुर्ग सियान

इन्हे भी जरूर देखे

✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” जिला ब्यूरो चीफ– चरण सिंह क्षेत्रपाल की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

इस साल अच्छी बारिश से खुशहाल हैं किसान
धान का खेत हरा भरा देख गांवों में खुशियां मनाई युवा ओर बुजुर्ग सियान

 

गरियाबंद–:–इस साल अच्छी बारिश गिरने से जिले के प्रत्येक किसानों के चेहरे में खुशियां झलक उठीं हैं। चूंकि किसानों को कृषि क्षेत्रों में ज़रूरतें अति आवश्यक सामग्रियों को कृषि कार्य करने के पूर्व ही वितरण किया गया, जैसे बीज,खाद व कृषि ऋण। छत्तीसगढ़ सरकार अन्न दाता किसानों की दुःख पीड़ा को समझ कर इन तमाम कृषि क्षेत्रों में आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पहले से ही सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। अन्नदाता किसान अपना खून पसीना बहा कर कड़ी मेहनत कर वह भूमि पर अन्न उत्पादन करते हैं।बारह महीनों के हर मौसम में अपने शरीर को तपागला कर वह भूमि में अनाज उत्पादन करते हैं।
अनाजों के साथ-साथ हमें खानें के लिए हरी साग सब्जियां भी उपलब्ध कराते हैं। ग्रामीण किसानों का कहना है कि इस साल धान खेतों में हरा भरा हुआ है। विगत वर्षों कम बारिश होने की वजह से खेती खलिहानें खाली व सुना -सुना दिखाई दिया था। चूंकि बारिश अगले साल जिस तरह से गिराई थी कि, किसान संकट से घिर गया था। जहां किसान अपने खेतों में धान फसल की उत्पादन क्षमता लगभग 80 % होती है,उसी स्थिति पर 8% धान फसल उत्पादन हुआ था। इसी तरह किसान दुखद स्थितियों से घिर जाते हैं ,और आपस में किसान सभा रख कर शासन- प्रशासन को अवगत कराने के लिए धान खरीदी उपार्जन केन्द्र में बैठक आयोजित कर धान विक्रय नहीं करने का निर्णय लेकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विभाग को लिखित माध्यम से ज्ञापन दिया गया था। उसी दौरान देवभोग अनुविभागीय राजस्व विभाग द्वारा अल्प बारिश से हुई क्षतिग्रस्त क्षेत्र की निरीक्षण कर पुनः प्राप्त जानकारी अनुसार क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत सभी पीड़ित किसानों को बीमा राशि प्रदान किया गया। पिछले साल 2023-24 में 3 धान खरीदी उपार्जन केन्द्र बंद रहा। जिसमें झाखरपारा, निष्ठीगुडा़ और झिरी पानी के समितियों में आने वाले हजारों किसानों ने मंडी में धान बेचने से साफ़- साफ़ इंकार कर दिए थे। लेकिन अभी वर्तमान में किसानों के खेतों में धान हरी भरी है व पानी भी लबालब भरी हुई है। पिछले साल की तुलना में इस साल खेती खलिहान हरी भरी है।
किसान अपने खेतों में धान फसल को अत्यधिक हरी भरी देखकर सुबह से शाम तक काम में खूब व्यस्त रहने लगे है। इसी साल खूब जोर से धान में उगी हुई घास फूस की निदाई में ज़ोर दिया गया है।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इन्हे भी जरूर देखे

Must Read