
”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)
छत्तीसगढ़ के विज्ञान शिक्षकों ने IIT जैसे बड़े संस्थानों मे औद्योगिक अनुसन्धान को करीब से जाना
(राष्ट्रीय अविष्कार अभियान् प्रशिक्षण मे गरियाबंद से शिक्षक प्रीति एक्काऔर मुस्तफा रिजवी हुए शामिल)
गरियाबंद–:–नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अंतर्गत भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई मे विगत दिनों राष्ट्रीय अविष्कार अभियान शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 27 फरवरी से 01 मार्च 2025 तक समग्र शिक्षा के माध्यम से आयोजित इस प्रशिक्षण मे राज्य के 50 प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्तर के विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षकों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण मे IIT भिलाई के प्राध्यापकों द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया यह ऐसा पहला अवसर था जब छत्तीसगढ़ स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा राज्य के शिक्षकों को सीधा प्रशिक्षण का अवसर मिला। प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र मे संस्थान के प्रमुख प्रोफेसर राजीव प्रकाश जी मुख्य अतिथि के रूप मे सम्मिलित हुए। उन्होंने वर्तमान परिस्थिति मे न्यू एजुकेशन पॉलिसी की आवश्यकता, महत्व और होने वाले बदलाव को विस्तार से समझाया और बताया के हमे वैज्ञानिक खोज, तकनीकी और अविष्कार के लिए पश्चिम कि ओर देखने कि आवश्यकता नहीं, हम अपने देशी तकनीक से चांद तक पहुंच गये है। हमने कोरोना जैसी महामारी की दवाई बनाकर दिखा दिया कि हमारे देश के वैज्ञानिक अनुसन्धान अन्य से बेहतर है। हमे अब अपने इतिहास, वेदो, पुराणों और संस्कृति सभ्यता मे समाहित विज्ञान से विश्व को परिचय कराने का मौका आ गया है। प्रशिक्षण मे IIT के प्रोफेसर्स् द्वारा शिक्षकों को नवीन तकनीकी और शिक्षा से अवगत करवाया गया। डॉ शेषा द्वारा वर्तमान समय मे भौतिकी के नए आयामो से शिक्षकों को अवगत करवाया, महोदय डॉ असरीफा द्वारा वर्तमान गणितीय अवधारणाओ से बच्चों मे कैसे हायर ऑर्डर थिंकिंग निर्माण कर सकते है। द्वितीय दिवस डॉ नागेश पाटिल द्वारा द्रव प्रवाह मे छुपे विज्ञान के माध्यम से बताया कि हम कैसे ऐसे जटिल वैज्ञानिक अवधारणों को अपने दैनिक जीवन के उदाहरण के माध्यम से आसानी से बता सकते है। डॉ गगन और डॉ प्रवेश द्वारा वर्तमान शिक्षा पद्धति और नवीन शिक्षा नीति मे बेसिक बदलाव को बताते हुए हमे विद्यालय मे अब कैसे शिक्षा हेतु व्यवहार करना और प्रायोगिक ज्ञान देना बताया गया। प्रशिक्षण के दिवस समस्त समस्त प्रतिभागियों को IIT के प्रत्येक भागों को निरीक्षण कराया गया, अंतिम दिवस इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ महबूब आलम द्वारा प्रशिक्षण के मूल उद्देश्य और अब तक के प्रशिक्षण को बच्चों के मध्य कैसे ले जाये इस पर चर्चा किया गया । यह भी कहा गया कि छत्तीसगढ़ के लोगो को इस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान इसका अधिक से अधिक लाभ मिले, बच्चों को निरीक्षण करवाने,नवीन तकनीक से अवगत कराने, शैक्षणिक भ्रमण करवाने पर जोर देते हुए अपना प्रयास बताया गया इसके लिए विद्यालय से डायरेक्टर को मेल के माध्यम से देकर IIT भिलाई तक लाने कि व्यवस्था करनी है बांकी बच्चों कि अन्य व्यवस्था IIT भिलाई के द्वारा किया जायेगा। अंत मे समग्र शिक्षा राज्य कार्यालय कि ओर से शिक्षकों को सम्बोधित किया गया एवं प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी से शिक्षकों द्वारा विद्यालय के बच्चों मे नवीन सोच विकसित करने कि बात कही गयी। उक्त प्रशिक्षण के समापन मे समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। गरियाबंद जिले का प्रतिनिधित्व शास पूर्व माध्यमिक शाला तलेसर छुरा के शिक्षक मो.मुस्तफा रिजवी एवं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय गरियाबंद की शिक्षिका प्रीति एक्का द्वारा किया गया, इसके लिए प्रतिभागियों ने जिला शिक्षा अधिकारी सहित समस्त शिक्षाविदों का धन्यवाद ज्ञापन किये है।