चारगाँव के आदिवासियों की जंगल बचाने की कहानी पसंद आई युवा वीडियो ब्लागर्स को आज शहर के एक होटल मे आयोजित सोशल मीडिया क्रियेटर्स संग संवाद कार्यक्रम मे छत्तीसगढ़ के कई स्थानों पर स्थानीय समुदाय द्वारा जंगल बचाने-संवारने के प्रयासों को साझा किया गया। संवाद का आयोजन गरियाबंद स्थित खोज एवं जन जागृति समिति ने किया।

चारगाँव के आदिवासियों की जंगल बचाने की कहानी पसंद आई युवा वीडियो ब्लागर्स को आज शहर के एक होटल मे आयोजित सोशल मीडिया क्रियेटर्स संग संवाद कार्यक्रम मे छत्तीसगढ़ के कई स्थानों पर स्थानीय समुदाय द्वारा जंगल बचाने-संवारने के प्रयासों को साझा किया गया। संवाद का आयोजन गरियाबंद स्थित खोज एवं जन जागृति समिति ने किया।

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✍🏻”लोकहित 24 न्यूज़ एक्सप्रेस लाइव” प्रधान संपादक– सैयद बरकत अली की रिपोर्ट गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

चारगाँव के आदिवासियों की जंगल बचाने की कहानी पसंद आई युवा वीडियो ब्लागर्स को
आज शहर के एक होटल मे आयोजित सोशल मीडिया क्रियेटर्स संग संवाद कार्यक्रम मे छत्तीसगढ़ के कई स्थानों पर स्थानीय समुदाय द्वारा जंगल बचाने-संवारने के प्रयासों को साझा किया गया। संवाद का आयोजन गरियाबंद स्थित खोज एवं जन जागृति समिति ने किया।

खोज संस्था के बेनीपुरी गोस्वामी ने बताया कि समिति गरियाबंद व धमतरी जिलों के गाँव मे जंगल संरक्षण, संवर्धन व आदिवासी समुदाय के सशक्तीकरण पर कार्य कर रही है। कार्यक्रम मे प्रदेश के विभिन्न जिलों से 40 से अधिक वीडियो ब्लॉगर्स व अन्य सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स शामिल हुए।

छत्तीसगढ़ की मीडिया एवं सोशल मीडिया के अवसर वर चुनौती सत्र मे प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों, छत्तीसगढ़ दैनिक के श्री सुनील कुमार, सीजी खबर के श्री आलोक पुतुल, cgbox के देवेश तिवारी, प्रसिद्ध सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सुश्री तृप्ति सोनी एवं न्यूज 18 की सुश्री ममता लांजेवार ने अपने विचार रखे।

इस सत्र मे अतिथि वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सोशल मीडिया भले ही बहुत लोकप्रिय और तेजी से आगे बढ़ता क्षेत्र है, मगर इसमे उतने ही जिम्मेदारी के अनुपालन की जरूरत है, विशेषकर, जब कंटेन्ट के लिए तथ्य व सच जुटाना हो। मनोरंजन के अलावा, जानकारी और शिक्षा के लिए भी इस माध्यम का और बेहतर उपयोग हो सकता है, जिससे लोगों के सवालों को सही तरह से उठाया जा सके।


खोज संस्था से जुड़ी नंदिनी साहू व सत्या ने चारगाँव, खूदूरपानी, कामेपुर सहित कई गाँव के प्रयासों को सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को बताया गया।
कार्यक्रम मे देश भर मे जंगल संरक्षण एवं सामुदायिक दायित्व पर वसुंधरा संस्था (ऑडिशा) के निदेशक श्री तुषार दास ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि देश भर मे आदिवासी समुदाय वन अधिकार कानून के चलते जंगल बचाने मे सक्षम हो सका है।
कार्यक्रम के अंत मे बहुत से इंफ्लुएंसर्स ने गाँव मे जाकर उक्त प्रयासों पर वीडियो ब्लॉग्स बनाने मे रुचि जताई।

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