बीआरसीसी द्वारा आकस्मिक निरीक्षण

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राज्य में मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान लागू है। स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने हेतु शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। स्कूलों में कसावट लाने हेतु अधिकारियों का निरीक्षण व अवलोकन कार्य जारी है।इसी के तहत बीआरसीसी छुरा द्वारा विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण कार्य जारी है।जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक के निर्देशन में बीआरसीसी छुरा हरीश देवांगन के द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला सडकड़ा, पैरी कालोनी पांडुका, जामली, कमार टोला जामली, अमलोर, मुड़ागांव तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय रजनकटा, जामली, मुड़ागांव , अमलोर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
प्राथमिक शाला रजनकटा, पैरिकालोनी पांडुका, जामली,अमलोर के बच्चों की लर्निंग आउटकम ठीक है। निरीक्षण में पाया गया बच्चे कक्षा अनुसार गिनती, पहाड़े, गणितीय सवाल हल कर लेते हैं। हिन्दी भाषा को पढ़ लेते हैं। इसी तरह बीआरसीसी द्वारा पूर्व माध्यमिक विभाग अंतर्गत मिडिल स्कूल रजनकटा , जामली, मुड़ागांव और अमलोर स्कूल का भी निरीक्षण किया गया । बीआरसी द्वारा सभी प्रायमरी व मिडिल स्कूल में निरीक्षण के दौरान बच्चों से सीधे संवाद किया गया, बच्चों से गिनती, पहाड़े पूछा गया तथा हिन्दी व अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक का पठन कराया गया रजनकटा प्राथमिक स्कूल के बच्चों की पठन, लेखन क्षमता अच्छी है। रजनकटा एक ही स्कूल से अभी इसी सत्र में नवोदय के लिए तीन बच्चों का चयन हुआ है,जिसके लिए बीआरसी ने उनके संस्था प्रमुख व शिक्षकों को बधाई दी तथा अगले वर्ष के लिए भी इसी प्रकार मेहनत करने कहा। प्राथमिक शाला जामली, सडकड़ा , पैरिकालोनी पांडुका के बच्चों की भाषायी कौशल क्षमता और गणितीय अवधारणाएं ठीक पाई गई है, इन्हें और बेहतर करने निर्देशित किया गया है।बीआरसी ने मिडिल स्कूल जामली में पालक मीटिंग के दौरान उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि, पालकों से बच्चों को प्रेरित करने, अपने बच्चों के साथ घर मे गृहकार्य में सहयोग करने, विद्यालय में किस शिक्षक ने क्या पढ़ाया इसकी जानकारी व पूछपरख अपने बच्चों से रखने की सलाह दी, जिससे बच्चे प्रतिदिन अपने घर में पढ़ाई करने बैठे।प्राथमिक विद्यालय मुड़ागांव में निरीक्षण के दौरान कक्षा 5वी में शिक्षक तौहीद आलम द्वारा अध्यापन कराया जा रहा था।निरीक्षण में पाया गया कुछ बच्चों को छोड़कर बाकी बच्चों में बेसिक चीजों की कमी पाई गई, जिसमें सुधार की जरूरत है।इसके लिए बीआरसी द्वारा शिक्षक को सख्त निर्देश दिया गया, हिन्दी के सभी बेसिक अवधारणाओं की समझ बच्चों में विकसित करने हेतु नियमित अभ्यास, गृहकार्य कराने , प्रतिदिन गृहकार्य देने व जांच करने निर्देशित किया।एक माह के भीतर बच्चों की बेसिक अवधारणाओं को ठीक करने निर्देशित किया।इसी प्रकार मिडिल स्कूल अमलोर में निरीक्षण में पाया गया कि पर्याप्त शिक्षक होने के बावजूद कक्षा 8वी के बच्चों की हिन्दी व अंग्रेजी पठन क्षमता कमजोर दिखी।इसके लिए प्रधानपाठक देवेन्द ठाकुर को पाठ्यक्रम के साथ अतिरिक्त समय निकालकर बेसिक अवधारणा को ठीक करने अतिरिक्त कक्षा लगाने निर्देशित किया , मेहनत करने और उपचारात्मक शिक्षण देने निर्देशित किया गया।बीआरसी द्वारा सभी स्कूलों के प्रधानपाठकों को बच्चों की स्थिति में आवश्यक सुधार लाने निर्देशित किया गया है। उपसंचालक महोदय स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन करने निर्देशित किया गया है, किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नही की जावेगी। इसके साथ ही बीआरसी छुरा के द्वारा अन्य विषयों से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश सभी संस्था प्रमुख को दिया गया ।

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