आईएसबीएम विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का भव्य आयोजन

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आईएसबीएम विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का भव्य आयोजन

छुरा/गिधनी–:– आईएसबीएम विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2025 के अवसर पर शनिवार को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्राओं ने बालिकाओं के अधिकार, सम्मान और सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता से हुई, जिसमें छात्राओं ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” विषय पर अपनी कला, सृजनशीलता और सामाजिक संवेदना का अद्भुत प्रदर्शन किया। इसके बाद “बेटी बचाओ” नारों के साथ एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें छात्राओं ने हाथों में विभिन्न स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर बालिकाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के नारे लगाए। यह रैली विश्वविद्यालय परिसर से प्रारंभ होकर नवापारा (कोसमी) तक पहुँची। मार्ग में छात्राओं ने संवादों और प्रभावशाली स्लोगनों के माध्यम से लोगों को बालिका शिक्षा, सुरक्षा एवं समानता के प्रति जागरूक किया और समाज को सशक्त संदेश दिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बी. पी. भोल द्वारा किया गया जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “बालिकाएँ केवल परिवार की ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की रीढ़ होती हैं। हमें उनका सम्मान ही नहीं करना है बल्कि समान अवसर भी प्रदान करना भी हमारा नैतिक एवं संवैधानिक कर्तव्य है।”

इसके बाद पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई। दोनों प्रतियोगिताओं की निर्णायक (जज) सुश्री रागिनी सोनी, सुश्री नीलम घृतलहरे एवं श्री आकाश गुप्ता थे, जिसमें दोनों प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विधि विभाग के तेमन पटेल, द्वितीय पुरस्कार विज्ञान संकाय की त्रांबिका ध्रुव तथा तृतीय पुरस्कार विधि विभाग की सावित्री साहू को मिला। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार वाणिज्य विभाग की यशिका कौर एवं विधि विभाग की रोशनी देवांगन को मिला। द्वितीय पुरस्कार विज्ञान संकाय की ट्विंकल तथा वाणिज्य विभाग की मोक्षदा कोसारिया को प्राप्त हुआ। तृतीय पुरस्कार विधि विभाग की शिफा सोलंकी एवं विद्या भारती को मिला।

इसके पश्चात विधि विभाग की सहायक शिक्षिका सुश्री सुकृति पाठक ने एक अत्यंत सुंदर कविता की प्रस्तुति दी “महफ़ूज़ थी तेरी कोख में माँ,जब पता न था कि बेटी हूँ,
जब आँख खुली इस दुनिया में,तो कचरे के ढेर पर लेटी हूँ।”
तत्पश्चात इस कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग की छात्राएँ सुश्री शिफा सोलंकी और सुश्री विद्या भारती द्वारा किया गया, कार्यक्रम का समग्र समन्वय एवं धन्यवाद ज्ञापन विधि विभाग की सहायक शिक्षिका सुश्री सुकृति पाठक द्वारा प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम बहुत ही सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें सभी महिला संकाय सदस्य और महिला छात्राएँ उपस्थित रहीं।

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